मेरे प्यारे दोस्तों एवं अनुयायीयों खासकर युवायों ! समय अनमोल है, जो इसकी महत्व जानते हैं, वे पल पल का सदुपयोग करते हैं. इससे संसार में किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है. यह मानव जीवन की सबसे बड़ी पूजी है. परिश्रम से सफलता प्राप्त होती है, यह सत्य है, परन्तु श्रम यदि समय पर न किए जाए, तो बेकार है. एक परिश्रमी किसान यदि समय पर बीज नहीं बोएगा, निश्चित समय पर खाद-पानी नहीं डालेगा, तो उससे फसल नहीं पकेगी. फसल को असमय काटने पर भी वह बर्बाद हो जाएगी. यानी समय पर किए गए कार्य ही सफलता दिलाता है. जैसे याद दिलाता हूँ अप्रैल २०२० का, जब सब कुछ बंद हो गया, दुनिया थम्म सी गयी, परन्तु गेहूं खेत में पक कर तैयार था, कटाई के लिए लेबर नहीं थी, सारे लॉक डाउन में घर के अंदर थे. तब सरकार ने सही समय पर सही निर्णय लिया और कंबाइन हार्वेस्टर को खेत में रोड पर चलने की इजाजत दी, नहीं तो सारे फसल खेत में हेई नष्ट हो जाते और हम आज भी उस कमी से उबरने के प्रयास में रहते, परन्तु समय का सही उपयोग से आज स्थिति अलग है.
प्रकृति भी हमें समय पर काम करने की शिक्षा देती है. ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर, वशंत सभी ऋतुएँ समय पर आती हैं और समय पर चली जाती हैं. समय पर सूर्योदय और सूर्यास्त होता है. समय पर पुष्प खिलते हैं, प्रकृति का क्रम यदि बिगर जाय, तो कठिनाइयाँ खडी हो जाएगी. महापुरुषों की सफलता का रहस्य इसी बात में है कि उन्होंने अपने जीवन के प्रत्येक क्षण का उपयोग किया है, उसे अमूल्य सम्पति समझा. वे प्रत्येक क्षण पूरी निष्ठा, लगन, और परिश्रम से अपने काम में जुटे रहे. बीता हुआ समय कभी लौटकर नहीं आता. जिसने समय की बर्बादी की, उसने जीवन की बर्बादी कर दी. कौन कितने दिन जीया, इस से किसी व्यक्ति का मापन नहीं होता. व्यक्ति के मूल्याङ्कन की यह है किउसने अपने समय का कितना सही उपयोग किया है. स्वामी विवेकानंद सबसे सटीक उदाहरण हो सकते हैं.
आलसी व्यकित अवसर की प्रतीक्षा करते हैं, इंतिजार में ही जीवन बीता देते हैं. वे यह नहीं समझाते कि जीवन का प्रत्येक क्षण स्वर्णिम अवसर लेकर चुपचाप आता है और उपयोग न करने पर दबे पाँव लौट जाता है. जब-तक किसी क्षण का उपयोग न किया जाए, तब तक कैसे कहा जा सकता है कि वह समय किसी काम के लिए उपयुक्त नहीं. हर व्यक्ति के जीवन में परिवर्तनकारी समय आता है, पर वह उसके आने की आहट नहीं सुन पता. अतः बुद्धिमानी इसी में है कि व्यक्ति हर क्षण को अमूल्य समझकर उसे व्यर्थ न गंवाए. दोस्तों इधर उधर भटकते रहने से अच्छा है, हर छन का सदुपयोग करें, नीचे लीखे मेरे परम मन्त्र का अमल करें, आपका जीवन खुद-बखुद सन्मार्ग पर चल पड़ेगी.
Work is Worship, Time is Money!
Discipline is Great, Study is Honey!!